वैष्णो देवी मंदिर शक्ति को समर्पित एक पवित्रतम हिंदू मंदिर है, जो भारत के जम्मू और कश्मीर में त्रिकुटा की पहाड़ी पर स्थित है। यह उत्तरी भारत में सबसे पूजनीय पवित्र स्थलों में से एक है। मंदिर, 5,200 फ़ीट की ऊंचाई और कटरा से लगभग 12 किलोमीटर (7.45 मील) की दूरी पर स्थित है| यह भारत में तिरूमला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद दूसरा सर्वाधिक देखा जाने वाला धार्मिक तीर्थ-स्थल है।
श्री माता वैष्णो देवी जी के पवित्र मंदिर के लिए यात्रा को लेकर भक्तो में एक बात प्रसिद्ध है की माँ वैष्णो का जिस भक्त को बुलावा जायेगा वो माँ वैष्णो के इस धाम में सारे कारज छोड़कर दौड़ा दौड़ा आएगा|
वैष्णो देवी के मंदिर जाने के लिए सबसे पहले कटरा पहुँचना होता है जो की माँ के मंदिर से 50 km की दुरी पर स्थित है | कटरा से ही माता के दर्शन के लिए नि:शुल्क 'यात्रा पर्ची' मिलती है, कटरा जम्मू से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और जम्मू पुरे भारत वर्ष से रेल मार्ग सड़क मार्ग और वायु मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है |
जम्मू / कटरा कैसे पहुंचे:
हवाईजहाज से -
जम्मू सबसे नजदीक हवाई अडडा है, प्रतिदिन रोज हवाई जहाज दिल्ली, मुंबई, श्रीनगर और सभी बड़े महानगरो से उपलब्ध है, नई दिल्ली से उड़ान का औसत समय 80 मिनट है।
ट्रेन से -
कटरा सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन है जो जम्मू से सीधे जुड़ा हुआ है, जम्मू / कटरा ब्रॉड गेज देश के अन्य भागों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और कई यात्री गाड़ियों देश के विभिन्न भागों से यहाँ के लिये चलती हैं, गर्मी और अन्य छुट्टियों के पीक सीजन में रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनों का परिचालन करता है, कई सुपरफास्ट ट्रेनों भी इस मार्ग पर चलती हैं और नई दिल्ली से रात भर में जम्मू / कटरा तक पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग से -
जम्मू / कटरा अच्छी तरह से भारत के बाकी हिस्सों से सड़क के माध्यम से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1 ए श्रीनगर की ओर जम्मू से होकर गुजरता है। सभी प्रमुख उत्तर भारतीय शहरों से नियमित बस सेवा जम्मू / कटरा के लिए उपलब्ध हैं।
कब जाना चाहिए माँ के वैष्णो मंदिर में :
वैसे तो माँ वैष्णो देवी के दर्शनार्थ वर्षभर श्रद्धालु जाते हैं परंतु यहाँ जाने का बेहतर मौसम गर्मी है, सर्दियों में भवन का न्यूनतम तापमान -3 से -4 डिग्री तक चला जाता है और इस मौसम से चट्टानों के खिसकने का खतरा भी रहता है। अत: इस मौसम में यात्रा करने से बचें।
माँ वैष्णो देवी यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है। अधिकांश यात्री यहाँ विश्राम करके अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं। माँ के दर्शन के लिए रातभर यात्रियों की चढ़ाई का सिलसिला चलता रहता है। कटरा से ही माता के दर्शन के लिए नि:शुल्क 'यात्रा पर्ची' मिलती है।
यह पर्ची लेने के बाद ही आप कटरा से माँ वैष्णो के दरबार तक की चढ़ाई की शुरुआत कर सकते हैं। यह पर्ची लेने के तीन घंटे बाद आपको चढ़ाई के पहले 'बाण गंगा' चैक पॉइंट पर इंट्री करानी पड़ती है और वहाँ सामान की चैकिंग कराने के बाद ही आप चढ़ाई प्रारंभ कर सकते हैं। यदि आप यात्रा पर्ची लेने के 6 घंटे तक चैक पोस्ट पर इंट्री नहीं कराते हैं तो आपकी यात्रा पर्ची रद्द हो जाती है। अत: यात्रा प्रारंभ करते वक्त ही यात्रा पर्ची लेना सुविधाजनक होता है।
कुछ महत्वपूर्ण बातें –
- ब्लड प्रेशर के मरीज चढ़ाई के लिए सीढि़यों का उपयोग न करें।
- भवन ऊँचाई पर स्थित होने से यहाँ तक की चढ़ाई में आपको उलटी व जी मचलाने संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं, जिनसे बचने के लिए अपने साथ आवश्यक दवाइयाँ जरूर रखें।
- चढ़ाई के वक्त जहाँ तक हो सके, कम से कम सामान अपने साथ ले जाएँ ताकि चढ़ाई में आपको कोई परेशानी न हो।
- पैदल चढ़ाई करने में छड़ी आपके लिए बेहद मददगार सिद्ध होगी।
- ट्रेकिंग शूज चढ़ाई में आपके लिए बहुत आरामदायक होंगे।
- माँ का जयकारा आपके रास्ते की सारी मुश्किलें हल कर देगा।
- कटरा में मासांहार तथा शराब आदि पर प्रतिबन्ध है।
- माता का दरबार 24 घंटे दर्शनों के लिए खुला रहता है।