भारत में British empire के दौरान कई गवर्नर जनरल आए , परंतु उनमें से केवल एक गवर्नर जनरल ऐसा था जिस पर महाभियोग का आरोप लगाकर उसे पदच्युत किया गया था, उस गवर्नर जनरल का नाम था वारेन हेस्टिंग्स ।
वारेन हेस्टिंग्स पर महाभियोग का मुकदमा 1788 से लेकर 1795 तक चला। उन पर सारे आरोप उनके कोलकाता में कार्यकाल के दौरान किए गए भ्रष्टाचार को आधार बनाकर लगाए गए थे।यह मुकदमा लगभग 7 साल तक चला जिस पर बहस में कई मुद्दे आए जैसे कि ब्रिटिश साम्राज्य को भारत में अपना विस्तार करना चाहिए या नहीं, या फिर ईस्ट इंडिया कंपनी को कितनी आजादी दी जानी चाहिए आदि ।
यह मुकदमा ब्रिटिश पार्लियामेंट में चल रहा था और ब्रिटिश पार्लियामेंट में चलने वाले सबसे लंबे मुकदमों में से एक है। इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि वारेन हेस्टिंग्स पर यह मुकदमा एक राजनीतिक साजिश के तहत चलाया गया था।
ऐसा माना जाता है कि ब्रिटेन के एक राजनीतिक वर्ग में उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं किया जाता था इसीलिए वह भारत जैसे महत्वपूर्ण देश की जिम्मेदारी उनके कंधों से हटाकर किसी और को देना चाहते थे जिसको भी वे पसंद करते थे।
वारेन हेस्टिंग्स ने बेहतरीन तरीके से अपना बचाव किया जिसके लिए उन्हें उस समय 70,000 पाउंड के आसपास की रकम खर्च करनी पड़ी थी, जिसका फल यह निकला कि 7 साल के मुकदमे के बाद उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया गया परंतु उन्हें वापस से गवर्नर जनरल कभी नहीं बनाया गया।
अब जब आपने इस सवाल का जवाब जान लिया कि ,वह गवर्नर जनरल कौन है जिसे भ्रष्टाचार के आरोप में महाभियोग द्वारा पदच्युत किया गया था? तो वारेन हेस्टिंग्स के बारे में भी कुछ जान लीजिए वह एक रोचक व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे ।
वारेन हेस्टिंग्स : वारेन हेस्टिंग्स के बारे में माना जाता था कि वह भारत में कहीं ज्यादा लोकप्रिय थे और ब्रिटेन में उनसे लोग नफरत करते थे। इसका प्रमुख कारण माना जाता था कि वे भारत को भारत की तरह ही चलाना चाहते थे, वह भारत की समस्याओं को सुलझाने के लिए स्थानीय तरीके अपनाते थे ना कि ब्रिटिश तरीके।
उनका मानना था कि भारत पर राज करते समय भारतीयों की भावनाएं भड़काने से कोई फायदा नहीं होगा।वारेन हेस्टिंग्स का जन्म 1732 में हुआ था, उन्होंने अपनी ज्यादातर जिंदगी भारत में ही बिताई। 1750 के आसपास वारेन हेस्टिंग्स ईस्ट इंडिया कंपनी में एक क्लर्क के तौर पर भर्ती हुए थे और धीरे-धीरे तरक्की करते हुए वे पहले बंगाल के गवर्नर और फिर भारत के Governor general के पद तक पहुंच गए ।