मूल शक्ति का संचालन करने वाला है 'सूक्ष्म शरीर'। इसे 'तेजस शरीर' भी कहा गया है और इसे 'औरा' भी कहते है। 'औरा' वैदिक सिद्धांत का अद्वितीय विज्ञान है और इसका आध्यात्मिकता से सीधा संबंध है। यह शरीर के चारों ओर प्रकाशमय ऐसा अदृश्य आभावृत्त है जो व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व को परिभाषित करता है।