वह स्थिति जहाँ **वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (Real GDP)** का संतुलन स्तर **संभावित सकल घरेलू उत्पाद (Potential GDP)** से कम हो जाता है, उसे **"मंदी"** (Recession) या **"आर्थिक मंदी"** कहा जाता है।
जब वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (Real GDP) संभावित सकल घरेलू उत्पाद (Potential GDP) से कम होता है, तो इसका मतलब है कि अर्थव्यवस्था अपने पूर्ण उत्पादन क्षमता का उपयोग नहीं कर रही है और इसमें उत्पादन और रोजगार में कमी हो रही है। इससे बेरोजगारी में वृद्धि और आर्थिक गतिविधियों में मंदी आ सकती है। यह स्थिति आर्थिक संकट का संकेत हो सकती है।