राजस्थान राज्य में भूमिगत जल स्तर में गिरावट एक गंभीर समस्या बन चुकी है, खासकर शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में। हालांकि, कुछ जिलों में भूमिगत जल स्तर में गिरावट के मुकाबले सुधार या स्थिरता देखी गई है, और इन जिलों में जल प्रबंधन की बेहतर योजनाएं और प्रयासों के कारण जल स्तर में अधिक गिरावट नहीं आई है।
राजस्थान में उन जिलों की संख्या बहुत कम है, जहां भूमिगत जल स्तर गिरा नहीं है। फिर भी, कुछ ऐसे जिले हैं जहाँ जल स्तर में स्थिरता देखने को मिल सकती है, जैसे:
1. **उदयपुर**
- उदयपुर जिले में जल प्रबंधन की अच्छी व्यवस्थाएं हैं, और जल पुनर्भरण (recharge) के प्रयासों के कारण भूमिगत जल स्तर स्थिर है।
2. **राजसमंद**
- राजसमंद भी एक ऐसा जिला है जहां जल संरक्षण के उपायों के चलते भूमिगत जल स्तर में गिरावट नहीं आई है। यहां पर जल संचयन योजनाएं प्रभावी रूप से लागू की गई हैं।
3. **अलवर**
- अलवर जिले में कुछ क्षेत्रों में जल स्तर स्थिर है, हालांकि पूरे जिले में यह स्थिति समान नहीं है। यहाँ भी जल संचयन और पुनर्भरण की परियोजनाएं प्रभावी रही हैं।
4. **सिरोही**
- सिरोही जिले में भी कुछ क्षेत्रों में जल स्तर की स्थिति स्थिर रही है। यहाँ पर भी जल संचयन और वर्षा जल संचयन की योजनाओं ने प्रभाव दिखाया है।
5. **बांसवाड़ा**
- बांसवाड़ा में जल स्तर की गिरावट अन्य जिलों के मुकाबले कम है। यहाँ के पहाड़ी इलाकों में जल संचयन की अच्छी व्यवस्था की गई है।
6. **पाली**
- पाली में भी जल प्रबंधन योजनाओं के कारण जल स्तर में गिरावट कम देखी गई है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ जल पुनर्भरण और कुओं की सफाई की जाती है।
जल संरक्षण की योजनाओं के कारण:
राजस्थान में कुछ क्षेत्रों में भूमिगत जल स्तर की गिरावट को रोकने के लिए विभिन्न जल संरक्षण उपायों को लागू किया गया है, जैसे:
- **वर्षा जल संचयन** (Rainwater Harvesting)
- **चेक डेम और तालाबों का निर्माण** (Check Dams and Ponds)
- **नदी और नालों का पुनर्जीवन** (Rejuvenation of Rivers and Streams)
- **ड्रिप इरिगेशन और स्प्रिंकलर सिस्टम** (Drip Irrigation and Sprinkler Systems)
- **पानी की अधिक कुशलता से उपयोग** (Efficient Water Use Practices)
राजस्थान के अन्य जिलों में भूमिगत जल स्तर में गिरावट चिंता का विषय है, लेकिन कुछ जिलों में जल पुनर्भरण और संरक्षण उपायों के चलते जल स्तर को नियंत्रित किया जा रहा है।